Sheetla Chalisa
Tuesday, May 20, 2025
श्री शीतला माता चालीसा
माँ शीतला, रोग निवारण और शांति की देवी, अपने भक्तों को स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। श्री शीतला माता चालीसा का पाठ करने से शारीरिक और मानसिक कष्टों का नाश होता है। आइए, माँ शीतला की आराधना करें।
दोहा
जय शीतला माँ भवानी, जय रोग हरनी माता।
भक्तन के कष्ट मिटाकर, सुख-शांति दायिनी दाता॥
चौपाई
जय जय शीतला जगदंबे।
सकल जगत में तुम ही अम्बे॥
तुम्ही हो जीवन की उद्धारक।
तुम्ही हो संकट की निवारक॥
धन, संपत्ति, और वैभव की दानी।
रोग-शोक हरने वाली भवानी॥
तुम्हारा दर्शन सबको प्यारा।
तुमसे ही उज्ज्वल जीवन हमारा॥
चेचक और रोग मिटाने वाली।
भक्तों के कष्ट हरने वाली॥
जो तेरी भक्ति भाव से गाए।
रोग-शोक उससे दूर हो जाए॥
तुम्हीं हो ममता की मूरत।
तुम्हीं से हर भक्त की सूरत॥
तुम्हारा दरबार सजा है न्यारा।
जहां भक्तों को मिलता सहारा॥
दीन-दुखी की पालनहारी।
तुम्हीं से जग की सुखकारी॥
जो भी तेरा नाम पुकारे।
रोग-दोष सब दूर हो सारे॥
शीतलता का वर तुम देती।
भक्तों के जीवन में खुशियां भरती॥
जो भी श्रद्धा से चालीसा गावे।
सुख-शांति और समृद्धि वह पावे॥
तुम हो करुणा और शक्ति की रानी।
सभी का जीवन बनाती हो सुहानी॥
तुम्हारी कृपा से हर कष्ट टलता।
सच है माँ, तुमसे ही संसार चलता॥
जो भी सुमिरन करे तुम्हारा।
उसका जीवन बने उजियारा॥
शीतला माँ, हमें आशीष दो।
हम पर सदा कृपा दृष्टि रखो॥
शीतला माता चालीसा का महत्व
- माँ शीतला की आराधना से शारीरिक रोग और मानसिक पीड़ा का नाश होता है।
- भक्तों को स्वास्थ्य, शांति, और समृद्धि प्राप्त होती है।
- यह चालीसा घर और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
कैसे करें पाठ?
- माँ शीतला की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीप जलाएं।
- सादगी से हल्दी, गुड़, और जल का भोग अर्पित करें।
- शांत चित्त और भक्ति भाव से चालीसा का पाठ करें।
भक्ति का संदेश
माँ शीतला की कृपा से आपका जीवन रोग-शोक मुक्त और सुख-शांति से भर जाए। जय शीतला माता! 🙏🌺